ड्रैगन फ्रूट
ड्रैगन फ्रूट के पौधों में अभी तक कोई ख़ास रोग देखने को नही मिला है. लेकिन फलों की तुड़ाई के बाद शाखाओं पर निकलने वाले मीठे रस पर चीटियों का आक्रमण देखने को मिलता है.
इसकी रोपाई में कम से कम पानी दें। जब आप दोबारा पानी दे रहे हो तो देख लें की मिट्टी पूरी तरह से सूख गई है या नहीं। बीज से उगाए जाने वाले पौधे को परिपक्व होने में और फल पैदा करने में ५ से ७ साल लग जाते है।
सवाल: क्या चेहरे पर ड्रैगन फ्रूट लगाया जा सकता है?
ड्रैगन फ्रूट खाने से पेट से जुड़ी हुई बीमारियों में भी लाभ होता है। दरअसल, ड्रैगन फ्रूट में फाइबर भरपूर मात्रा में मौजूद होता है, जो पाचन के लिए फायदेमंद होता है। इसे अलावा, इसमें पानी की भी अधिक मात्रा होती है। ड्रैगन फ्रूट का सेवन करने से मल त्यागने में मदद मिलती, जिससे कब्ज और पेट दर्द की समस्या दूर होती है। इसके अलावा, यह कोइलटिस और इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम जैसी बीमारियों के इलाज में भी फायदेमंद होता है।
सफ़ेद ड्रैगन फ्रूट भारत में सबसे ज्यादा उगाया जा रहा है. क्योंकि इसके पौधे आसानी से लोगो को मिल जाते हैं. लेकिन इसका बाज़ार भाव बाकी किस्मों से कम पाया जाता है.
ड्रैगन फ्रूट खाते समय भूलकर भी इस फल के बाहरी छिलके को न खाएं। इसमें कीटनाशक पाए जाते हैं जो आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
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सवाल: कौन सा ड्रैगन फ्रूट सबसे ज्यादा मीठा होता है?
पेट संबंधित समस्याओं से आराम पाने के लिए भी ड्रैगन फ्रूट का सेवन किया जा सकता है। इसमें मौजूद ओलिगोसैकराइड (एक तरह का केमिकल कंपाउंड) के प्रीबायोटिक गुण आंत में हेल्दी बैक्टीरिया को बढ़ाते है। इससे पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद मिल सकती है।
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ड्रैगन फ्रूट खाने से पेट की बिमारियों में भी लाभ होता है। इसमें ओलिगोसैकराइड जो एक तरह का केमिकल कंपाउंड होता है के प्रीबायोटिक गुण से आंत में हेल्दी बैक्टीरिया के विकास करने में मदद करते है। यह पेट और आंत संबंधी विकारों को दूरकर पेट व आंत को स्वस्थ बनाता है। ड्रैगन फ्रूट्स में फाइबर और विटामिन भी होते है जो पाचन तंत्र में सुधार करते है।
ड्रैगन फ्रूट की न्यूट्रिशनल वैल्यू क्या है?
जेली बनाकर ब्रेड पर लगाएं और खाएं बच्चों को यह बहुत पसंद आएगी।
ड्रैगन फ्रूट में शुगर की मात्रा अधिक पाई जाती है। जिस कारण इसका जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल बिल्कुल न करें।